Labels
कविता
(202)
समसामयिक
(14)
विचार-वितर्क
(6)
नागालैंड की लोक कथायें
(4)
पुनर्सृजन
(3)
छोटे छोटे किस्से
(2)
लेख
(2)
Search This Blog
Subscribe To
Posts
Atom
Posts
Comments
Atom
Comments
Sunday, August 20, 2017
आज की सांझ
पिघले सोने की भट्टी
डूब खो गयी
स्याह नीलाभ घाटी के
गर्भ में,
आज की सांझ।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment