Saturday, July 9, 2022

तब तक रुकोगे क्या तुम ?

 एक फूल खिलेगा 

हवा चलेगी 

मौसम ठंडा होगा ! 


तुम रहोगे क्या तब तक ? 


जब मैं  लौटूँगा 

जब सब ठीक होगा 

सांझ सुन्दर होगी 

पक्षी लौटेंगे 

नीला होगा आकाश 


तब तक रुकोगे क्या तुम ? 


जब उदासियाँ अर्थहीन हो जाएगी 

बातें  सरल होगी 

हम एक दूसरे के शब्दों को 

पहचान पाएंगे 

कह पाएंगे सुन पाएंगे 

जब हम थोड़ा बहुत मुस्कुरायेंगे 


तब तक , रुक पाओगे क्या तुम ? 

No comments:

Post a Comment