धीरे धीरे वे सभी लड़कियां ख़त्म हो गई हैं
जिन्हें मैं प्यार करता था
या कर सकता था ।
ये मेरी अक्षमता नहीं है ।
उदासीनता भी नहीं है ।
ऊब भी नहीं है ।
ये है बस
चीज़ों को ठीक से जान लेने के बाद की शान्ति ।
गहरे प्रेम
उदात्त प्रेम को महान बताती तमाम कविताएँ व कवि
अपराधी है ।
गहरी भावनाओं से हिंसा ऊपजती है ।
भावनाओं में गहरा हुआ प्रेम या तो हिंसक होगा या नपुंसक ।
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