Saturday, January 1, 2022

हम अपने होने की सजा पाते हैं ।


धीरे धीरे वे सभी लड़कियां  ख़त्म हो गई हैं 

जिन्हें मैं प्यार करता था 

या कर सकता था । 


ये मेरी अक्षमता नहीं है । 

उदासीनता भी नहीं है । 

ऊब भी नहीं है । 


ये है बस 

चीज़ों को ठीक से जान लेने के बाद की शान्ति । 


गहरे प्रेम 

उदात्त प्रेम को महान बताती तमाम कविताएँ व कवि 

अपराधी है । 



गहरी भावनाओं से हिंसा ऊपजती है ।

भावनाओं में गहरा हुआ प्रेम या तो हिंसक होगा या नपुंसक ।

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