Friday, October 3, 2014

अन्त

बुरा नहीं है
इतना भी
दफ्न हो जाना
साथ
अधूरे सपनों के ।

1 comment:

  1. और फूट निकलना
    फिर से अधोमुखी
    उधर्व्मुखी विस्तार के साथ

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