(1)
मैं बना गर्भ
पालता बीज
तुम्हारे प्रेम का ।
(2)
खूशबू से पूछो
पता
फूल के दर्द का ।
(3)
घोंसले में थकी सोयी है
चिड़िया । सूरज !
रुको अभी थोड़ी देर !
मैं बना गर्भ
पालता बीज
तुम्हारे प्रेम का ।
(2)
खूशबू से पूछो
पता
फूल के दर्द का ।
(3)
घोंसले में थकी सोयी है
चिड़िया । सूरज !
रुको अभी थोड़ी देर !
ultimate dear !!
ReplyDeleteमुझे अंतिम वाली बहुत अच्छी लगी
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
आखिरी वाला बहुत बढिया है।बधाई।
ReplyDeleteहायकू की संरचना पर ध्यान दो . अंतिम वाली अच्छी है,.
ReplyDeleteप्रिय आर्जव
ReplyDeleteभाव सुन्दर हैं !!!
हायकू के संरचना की कुछ प्रतिबद्धता है --
पहली और तीसरी पंक्ति में पांच अक्षर होते हैं और दूसरी में सात. कुल सत्रह अक्षरों से बनता है हायकू.
सस्नेह
सुन्दर !
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