Friday, January 14, 2022

व्यक्तिगत सी बात

किसी छोटी जगह पर 

बरसात बड़ी ही व्यक्तिगत बात सी होती  है ! 


छोटी जगह पर 

गिरती बरसात को 

हमारे पुराने दुख 

याद होते हैं 


वह उन पेड़ को भी 

पहचानती है जिन्हें हम 

पसन्द करते आये हैं  



तमाम खो गयी तसल्लियों को 

बरसात बिना दोहराव के 

पुनपुनखोज लाती है  

हमारे होने को हमें बताती है  



बरसात जा चुके लोगों को ,

स्मृति से परे ,

एक भीनी सी  महक के  तौर पर 

हमारे बिल्कुल पास रखकर जाती है  

दुखद स्मृतियों में से दुख हटाकर 

नम हवा की किश्त बना कर ! 

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