Monday, April 27, 2015

शान्त सतह

ऊपर की
शान्त सतह से
कहाँ पता चलता है
क्या क्या कुछ है
गहरे अन्तर !

देखो तो..
धरती..
सागर..
पेड़..
पहाड़
और
खुद
तुम ही

देखो तो....

कितनी गतियां
 कितने विप्लव
 पलते भीतर
 खिलते भीतर
 देखो तो....

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