एक फूल खिलेगा
हवा चलेगी
मौसम ठंडा होगा !
तुम रहोगे क्या तब तक ?
जब मैं लौटूँगा
जब सब ठीक होगा
सांझ सुन्दर होगी
पक्षी लौटेंगे
नीला होगा आकाश
तब तक रुकोगे क्या तुम ?
जब उदासियाँ अर्थहीन हो जाएगी
बातें सरल होगी
हम एक दूसरे के शब्दों को
पहचान पाएंगे
कह पाएंगे सुन पाएंगे
जब हम थोड़ा बहुत मुस्कुरायेंगे
तब तक , रुक पाओगे क्या तुम ?
No comments:
Post a Comment