tag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post3565884435217034913..comments2023-10-30T02:56:05.141-07:00Comments on आर्जव: ज्वारअभिषेक आर्जवhttp://www.blogger.com/profile/12169006209532181466noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-37058813589274293362011-01-05T06:15:33.969-08:002011-01-05T06:15:33.969-08:00चुप की आवाज सुनने की यही प्रक्रिया है शायद
बहुत ख...चुप की आवाज सुनने की यही प्रक्रिया है शायद <br />बहुत खूबM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-39166902835986113202010-12-20T03:33:28.127-08:002010-12-20T03:33:28.127-08:00अभिषेक जी!
स्तब्धता की
नीरवता की
विश्रान्ति की
एवं...अभिषेक जी!<br />स्तब्धता की<br />नीरवता की<br />विश्रान्ति की<br />एवं एक पृथक् अनुभूति की <br />यही भाषा होती है।Mukeshhttps://www.blogger.com/profile/10419400047507603499noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-32478683837157169452010-12-16T07:50:21.629-08:002010-12-16T07:50:21.629-08:00सुंदर बिम्ब ! आर्जव आप भाग्यशाली हैं की श्याम जी न...सुंदर बिम्ब ! आर्जव आप भाग्यशाली हैं की श्याम जी ने आपको आशीर्वाद दे दिया ! वैसे समन्दर उनका प्रिय बिम्ब है ! वास्तव में आप यही कहना चाहते है,की छला गया ! लिखते रहिये ! शुभ कामनाएं !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-62577729169053606502010-12-16T06:00:19.559-08:002010-12-16T06:00:19.559-08:00..बहुत बढ़िया।..बहुत बढ़िया।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-57009958589031258172010-12-15T19:58:37.205-08:002010-12-15T19:58:37.205-08:00क्या बात है आर्जव ! बहुत सुन्दर !
वैसे यह तीन पं...क्या बात है आर्जव ! बहुत सुन्दर ! <br /><br />वैसे यह तीन पंक्तियाँ <br />"धूल धूसरित<br />पहचानहीन<br />चुप ! "<br />न भी होती तो भी कविता अपनी बात कह रही है जैसे कही जानी चाहिए ...<br />ज्वार आया<br />और चला गया ! <br />फिर एक बार <br />छला गया मैं <br />(मेरी टिप्पणियों को गंभीरता से न लेना ... यह तो मेरे चटखारे हैं स्वाद के)श्याम जुनेजा https://www.blogger.com/profile/11410693251523370597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2167296967343196015.post-56109505878794885252010-12-15T19:12:21.791-08:002010-12-15T19:12:21.791-08:00पढ़कर एक शब्द सहसा कौंधा -श्लथ -सस्नेह समर्पित !पढ़कर एक शब्द सहसा कौंधा -श्लथ -सस्नेह समर्पित !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com